अगर आप पशुपालक हैं और अपने पशुओं के खाने को लेकर परेशान है तो घबराइये नहीं। सबसे पहले तो ये जानें कि आपका पशु कम चारा खा रहा है या फिर खा ही नहीं रहा है। अगर दोनों में से कोई एक भी कारण है तो इसकी पहचान ये है कि हो सकता है अपका पशु बीमार है।
लक्षण
- पहली वजह है पशु के पेट में कीड़े होना है।
- पशु निमोनिया, बच्चेदानी संक्रमण, बुखार होने पर भी कम खाना खाता है।
- इसके साथ ही जाड़ बढ़ना, गाल के पास कील, कांटे निकलना जैसे कारण।
- खून में संक्रमण, सर्रा आदि होने पर भी पशु कम खाना खाता है।
ऐसे में पशु का कमजोर हो जाना मुख्य कारण है।
उपाय
- पशु चिकित्सक से जांच और सही इलाज कराएं।
- पशु को एक दिन में लगभग 2-3 बार हरा चारा जरूर दें।
- पशुओं को खुरपका, मुंहपका, गलघोंटू का टीका समय पर जरूर लगवाएं।
- पशुओं के मुंह में चारा इकट्ठा होने की वजह उनकी जाड़ों की समस्या बढ़ना है।
- मुंह में अंदर गाल और जीभ के किनारे सालू, कील, कांटे निकलने पर पिसा हुआ नमक लगाएं।
भैंस का चारा कम खाना
अगर अगर आपकी भैंस कम चारा खा रही है तो इसके कई कारण हो सकते हैं। पहला कारण तो यह हो सकता है कि भैंस को सड़ा हुआ चारा दिया गया हो। कई बार हम भैंस को चारा खिलाने की जगह को साफ नहीं करते हैं और बार-बार पुराने बचे घास में ही नया घास मिला देते हैं। जिसकी वजह से गाय के अगले समय के आहार में कुछ सड़ा हुआ घास भी हो जाता है। इसी वजह से कई बार सड़ा हुआ घास खाने से गाय के पेट में कीड़े होने की समस्या भी पैदा हो जाती है। भैंस के कम चारा खाने की दूसरी वजह यह भी हो सकती है कि भैंस ने गंदा पानी पिया हो या भैंस को ऐसा कोई चारा दिया गया हो जो उसके रोज के आहार में शामिल नहीं है या भैंस ने अत्यधिक घास खा ली हो। मुख्य रूप से कम घास खाने की समस्या अपच, पेट में कीड़े या पाचन शक्ति खराब होने की वजह से हो जाती है ऐसे में तुरंत ही अपनी भैंस को डॉक्टर को दिखाएं और उसका इलाज कराएं।
और पढ़ें…