नई दिल्ली: केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा मधुमक्खी पालन किसानों की आय वृद्धि के लिए एक सहायक क्षेत्र है, मीठी क्रांति लाने के लिए हनी मिशन शुरू किया गया है। केंद्र सरकार ने इसके लिए 500 करोड़ रुपये का प्रावधान आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत किया है। भारत सरकार की 10 हजार नए किसान उत्पादक संगठन बनाने की योजना के तहत शहद उत्पादक किसानों के FPO भी बनाए जा रहे हैं। शहद की ठीक से जांच हो, इसलिए देश में कई जगह लैब बनाए गए हैं, साथ ही प्रोसेसिंग सुविधाएं भी बढ़ाई जा रही है।
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र की जलवायु बागवानी सहित कृषि के लिए अनुकूल है। नरेंद्र तोमर ने गुरुवार को वर्चुअल माध्यम से नागालैंड स्थित केंद्रीय बागवानी संस्थान में किसान भवन का लोकार्पण किया।
आजादी के अमृत महोत्सव के तहत आयोजित कार्यक्रम में तोमर ने कहा कि मधुमक्खी पालकों और सरकार के सामूहिक कोशिशों से साल 2020-21 में देश में शहद का उत्पादन साल 2013-14 के 76,150 मीट्रिक टन से बढ़कर अब सवा लाख मीट्रिक टन हो गया है। वहीं मधुमक्खी पालन क्षेत्र से जुड़े हितधारकों की मदद से साल 2020-21 में शहद का निर्यात साल 2013-14 के सवा 28 हजार मीट्रिक टन से बढ़कर लगभग 60 हजार मीट्रिक टन हो गया है।
तोमर ने कहा कि उनकी राज्य सरकारों से उम्मीद है कि मधुमक्खी पालक किसानों को उनके उत्पाद के अच्छे दाम दिलाए जाएं। उन्होंने कहा कि हम सबका एक ही लक्ष्य होना चाहिए कि छोटे किसानों को उनके उत्पादों का अधिक से अधिक दाम मिले।