धमतरी। अंचल में पिछले कुछ दिनों से खराब मौसम का दौर जारी है। कुछ घंटों के लिए आसमान पर बादल वाला मौसम बनता है। बूंदाबांदी भी होती है, जो किसानों की धड़कनें तेज कर दी है, क्योंकि खेतों में खरीफ धान फसल पककर तैयार है। कटाई-मिंजाई में किसान व मजदूर व्यस्त है। यदि बारिश होती है, तो किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
क्वांर माह के अंतिम सप्ताह मौसम में परिवर्तन आया। बादल वाला मौसम बनने के बाद पिछले दिनों बूंदाबांदी भी हुई। पिछले तीन-चार दिनों से यह मौसम बन रहा है। 19 अक्टूबर की सुबह भी आसमान पर बादल छाया रहा। ठंडी हवाएं चली, लेकिन कुछ समय बाद मौसम साफ हो गया। लगातार मौसम में हो रही परिवर्तन से किसानों की धड़कनें तेज हो गई है। क्योंकि इन दिनों 40 प्रतिशत किसानों के खेतों में खरीफ धान फसल पककर तैयार है। किसान व मजदूर खेतों में तैयार धान फसल की कटाई-मिंजाई शुरू कर दिया है, ऐसे में खराब मौसम के होने से किसानों की चिंता बढ़ जाती है।
किसान कामदेव साहू, घनश्याम राम, प्रमोद कुमार साहू, घनाराम यादव ने बताया कि खरीफ धान फसल तैयार होने के बाद मौसम में परिवर्तन हो रहा है, इससे वे परेशान है। बादल वाले मौसम और बूंदाबांदी ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। यदि बारिश होती है, तो किसानों के खेतों में तैयार धान फसल के सड़ने की आशंका बढ़ जाएगी। खेतों में खड़ी फसल जमीन पर गिरने से किसानों को भारी नुकसान होगा।
माहो का बढ़ेगा प्रकोप
किसानों ने बताया कि अधिकांश खेतों में फसल तैयार होने लगा है। तैयार फसल पर माहो का प्रकोप शुरू हो गया है। बादल वाला मौसम बनने के साथ धान फसल पर माहो का प्रकोप बढ़ जाता है। किसान फसल बचाने लगातार कीटनाशक का छिड़काव कर रहे हैं, लेकिन माहो से धान कटाई तक राहत नहीं मिल पाता। कृषि अधिकारी एफएल पटेल ने बताया कि यदि खराब मौसम का दौर रहा, तो धान फसल में माहो का प्रकोप बढ़ेगा, इससे किसानों को नुकसान होगा।