चुकंदर की बुवाई का समय सामान्य तौर पर अगस्त से नवंबर तक होता है। चुकंदर की बुवाई के लिए बीज की मात्रा प्रति हेक्टेयर 14 से 15 किलो होनी चाहिए। चुकंदर की फसल लगभग 55 से 60 दिन में तैयार हो जाती है। चुकंदर की खेती के लिए खेत में कम से कम 2 बार अच्छी तरह जुताई करनी चाहिए।
खेत की जुताई के बाद खेत को समतल बना लेना चाहिए।
आपको बतादें कि चुकंदर की खेती पश्चिम बंगाल, पंजाब, गुजरात, माहराष्ट्र और दक्षिण भारत में की जाती है।
चुकंदर की बुवाई कैसे करें?
चुकंदर की बुवाई खेत में बीज के जरिए की जाती है। इसके लिए कतार से कतार की दूरी लगभग 30 से 40 सेमी. रखी जाती है। वहीं पौधे से पौधे की दूरी भी करीब 15 से 20 सेमी रखनी चाहिए।
चुकंदर की फसल की देखभाल
चुकंदर की फसल में पानी का महत्व सबसे ज्यादा होता है। इसकी बुवाई से पहले खेत की सिंचाई की जाती है। चुकंदर के बीज के अंकुरण तक खेत में पानी देना पड़ता है। चुकंदर के अंकुरण होने के बाद पानी की मात्रा कम कर दी जाती है। खेत में ज्यादा पानी रहने से चुकंदर की पत्तियां खराब हो सकती हैं। लेकिन वहीं कम पानी इसकी जड़े सुखा सकता है।
चुकंदर की उपज और लाभ प्रति हेक्टेयर 250 से 300 क्विंटल तक उत्पादन हासिल होता है। बाजार में चुकंदर 20 से लेकर 35 रूपए किलो तक बिकता है।
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