पौधों के सही विकास के लिए जरुरी है कि उन तक सही मात्रा में पोषक तत्व पहुंचे। अगर ज़रूरी पोषक तत्व पौधों तक नहीं पहुँच पाते हैं तो उनकी वृद्धि रुक जाती है औरसाथ ही उन पर होने वाली पैदावार में भी कमी आती है। इसलिए अधिकतर घरों में या खेतों में पौधे उगाते हुए उन तक पोषक तत्व पहुँचाने के लिए कंपोस्ट खाद का इस्तेमाल किया जाता है। कंपोस्ट खाद के उपयोग से पौधे तेजी से बढ़ते हैं और उन पर फूल और फलों की पैदावार भी अच्छी होती है।
कम्पोस्ट खाद बनाना आसान और सस्ता तो है ही, इसे बनाने के लिए किसी विशेष तकनीक की ज़रूरत भी नहीं होती। कंपोस्ट बनाने के लिए ज़रूरी सामग्री हमारे आस-पास ही मिल जाती है। इसके अलावा, कंपोस्ट से पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं पहुँचता है। जैसे कि यह प्रकृति में मौजूद चीजों के इस्तेमाल से बनाई जाती है। कंपोस्ट खाद से तैयार अनाज व सब्ज़ियों का स्वाद अच्छा होता है।
आप अपने किचन से निकलने वाले सब्जियों के छिलकों और अन्य कचरे से कम्पोस्ट खाद बना सकते हैं। कंपोस्ट बनाने का एक सबसे सरल तरीका आलू के छिलके से आप कम्पोस्ट तैयार कर सकते हैं। आलू के छिलके, रोज ही हमारे किचन से निकलते हैं और हम उन्हें बेकार समझ कर फेंक देते हैं।
आलू के छिलकों में भरपूर मात्रा में न्यूट्रिएंट्स होते हैं जैसे- पोटाशियम, मैग्नीशियम फॉसफोरस और विटामिन। ये सभी न्यूट्रिएंट्स हमारे पौधों के विकास को कई गुना बढ़ा देते हैं। यह कंपोस्ट किसी भी पौधे में और किसी भी मौसम में दिए जा सकते हैं।
कंपोस्ट बनाने के लिए आपको तीन चीज़ों की ज़रूरत होती है। आलू के छिलके, पानी और एक डब्बा या कंटेनर।
1. एक कंटेनर में करीब एक मुट्ठी आलू के छिलके लें। अब इसमें 1 लीटर पानी मिलाएं।
2. कंटेनर बंद कर दें। इस मिक्सचर को तीन से चार दिन के लिए अलग रख दें।
3. हर 24 घंटे पर कंटेनर खोलें और एक चम्मच से इस घोल को अच्छी तरह से मिलाए।
4. तीन से चार दिन बाद इसे छन्नी से छान लें।
5. अब छाने गए पानी में बराबर मात्रा में सादा पानी मिलाएं।
6. पौधों में देने के लिए, कंपोस्ट पूरी तरह से तैयार है।