आज का किसान अब जागरूक हो चुका है। किसान नई-नई फसलें और तकनीकों में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। खेती से ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए किसान फसलों की नई प्रजातियों का भी उत्पादन कर रहे हैं। दूसरी ओर सरकार भी किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए लगातार कोशिशें कर रही है। इसी कड़ी में मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के खजूरिकलां गांव के किसान मिश्री लाल ने अपने खेत में सामान्य भिंडी की जगह लाल भिंडी उगाई है। लाल भिंडी को देखने और इसकी खेती कैसे की जाती है इस बारे में जानकारी लेने दूर-दूर से किसान भोपाल पहुंच रहे हैं।
लाल भिंडी के उत्पादन से ज्यादा मुनाफा
किसान मिश्री लाल ने बताया कि सामान्य भिंडी के मुकाबले लाल भिंडी की खेती में ज्यादा फायदा होता है। बाजार में सामान्य भिंडी लगभग 50 रुपये किलो तक बिकती है। लेकिन लाल भिंडी का भाव करीब 800 रुपये प्रति किलो तक भी पहुंच जाता है। किसान का कहना है कि वो अपनी फसल की लागत काफी पहले निकल चुकी हैं और वो अब लाल भिंडे से शुद्ध मुनाफा कमा रहे हैं।
कैसे की लाल भिंडी की शुरुआत?
मिश्री लाल ने बताया कि लाल भिंडी उगाने की सोच उन्हें तब आई जब वो एक बार वाराणसी के पास केलाबेला में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ वेजिटेबल रिसर्च गए थे। इस दौरान उन्होंने कृषि विशेषज्ञों से लाल भिंडी के आर्थिक और स्वास्थ्य फायदों के बारे जानकारी भी ली। जिसके बाद मिश्री लाल ने 1 किलो लाल भिंडी के बीज खरीदे और उसकी खेती शुरू कर दी। किसान मिश्री लाल आज किसानों के लिए मिसाल बने हुए हैं।
लाल भिंडी
लाल भिंडी में एंटीऑक्सीडेंट और आयरन भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। इसका स्वाद भी सामान्य भिंडी से बिल्कुल अलग है। वहीं लाल भिंडी को पकने में भी कम समय लगता है। इसके अलावा इसकी खेती में लागत भी सामान्य भिंडी के मुकाबले कम लगती है, इसलिए इससे मुनाफा भी ज्यादा है।