भारत में अधिकतर परंपरागत फसलों की खेती करने वाले किसानों की संख्या ज्यादा है। जिसकी वजह से फसलों की खेती के दौरान किसान कम मुनाफा होने की शिकायत करते हैं। लेकिन अब किसानों ने नए जमाने की फसलों और मुनाफा देने वाली खेती का रूख करना शुरू कर दिया है। उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड के कई गांवों में अब ड्रैगन फ्रूट की खेती की जा रही है।
15-20 साल तक ड्रैगन फ्रूट की खेती से मुनाफा
ड्रैगन फ्रूट का उत्पादन किसी भी तरह की जमीन पर किया जा सकता है। एक बार इसका पौधा लगाने के बाद किसान करीब 15 से 20 साल तक लगातार इससे फल ले सकते हैं। बाजार में इसके फल 300 से 400 रुपये प्रति किलो में बिक जाते हैं। यही वजह है कि बुंदेलखंड के किसानों ने तेजी से ड्रैगन फ्रूट की खेती की तरफ रूख करना शुरू कर दिया।
पाटनपुर के ऋषि ने 2019 में 100 पौधों से ड्रैगन फ्रूट की खेती की शुरुआत की थी। शुरुआत में उनके काफी पौधे खराब हो गए थे, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। किसान ऋषि शुक्ला ने बताया कि दोबारा इसकी खेती करनी शुरू की। इस दौरान उन्होंने पहले की गलतियों को नहीं दोहराया। रासायनिक की जगह जैविक खाद का इस्तेमाल किया, तब जाकर पौधों को ग्रोथ मिली है, मौजूदा समय में ऋषि ने 400 ड्रैगन फ्रूट के पौधे लगा रखे हैं।
ड्रैगन फ्रूट रोगों से लड़ने में सहायक
* कैंसर रोधी और इम्यूनिटी बढ़ाने में कारगर (Immunity Booster)
* डेंगू मरीजों के लिए काफी फायदेमंद (beneficial for dengue patients)
* ड्रैगन फ्रूट खून बढ़ाने में सहायक
कैसे करें ड्रैगन फ्रूट की खेती
कृषि वैज्ञानिक के मुताबिक ड्रैगन फ्रूट की खेती अधिकतर साउथ अमेरिकन देशों में की जाती है। भारत में महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, तेलंगाना जैसे राज्यों में इसकी खेती होती रही है। इस फसल को पानी की बुहत कम जरूरत पड़ती है। ये ही वजह है कि जहां भी ड्रैगन फ्रूट की खेती की जाए, वहां पानी की निकासी की पर्याप्त व्यवस्था हो। फसल लगाने से पहले खेत में सीमेंट पोल की जरूरत होती है। जिसमें पोल से पोल की दूरी 6 फीट, कतार से कतार की दूरी 8-10 फीट तक होनी चाहिए। पोल के चारों तरफ डेढ़ से 2 किलो गोबर का खाद डालकर उसके चारों कोनों में 4 पौधे रोपे जाते हैं। ड्रैगन फ्रूट के पौधे की रोपाई फरवरी से लेकर अक्टूबर के बीच में कभी भी की जा सकती है।
1 एकड़ जमीन में डेढ़ से 2 लाख का खर्च
जानकारी के मुताबिक 1 एकड़ जमीन में लगभग 400 सीमेंट के पोल खड़े करने पड़ते हैं। सीमेंट के पोल के ऊपर एक प्लेट रखी जाती है। जिनमें करीब 1600 पौधे लगाए जाते हैं। इस प्रक्रिया में 1.50 से 2 लाख तक की लागत आ सकती है। वहीं एक साल के अंदर पौधों पर फल भी लगना शुरू हो जाते हैं। लेकिन किसानों को दूसरे और तीसरे साल से ड्रैगन फ्रूट के पौधे से आमदनी होनी शुरू हो जाती है। एक एकड़ जमीन में हर साल 6 से 8 टन तक फ्रूट का उत्पादन लिया जा सकता है। ड्रैगन फ्रूट की खेती से किसान साल भर में ही करीब 10 लाख तक का मुनाफा कमा सकता है।
नौकरी छोड़ चुनी खेती की राह, कड़ी मेहनत से लहलहाने लगा सेव का बगीचा
I am truly thankful to the owner of this web site who has shared this fantastic piece of writing at at this place.