गाय और भैंस में अंतर
यदि आपका सवाल ये है कि गाय और भैंस में क्या अंतर है तो सबसे पहले गाय को हिंदू धर्म के साथ-साथ कई धर्मों में पवित्र भी माना गया है। भैंस बोवाइन प्रजाति का एक पशु है जबकि गाय एक अलग मादा प्रजाति है।
- गाय और भैंस के वजन में अंतर
- गाय और भैंस के रंगों में अंतर
- गाय और भैंस में सांस्कृतिक अंतर
- गाय और भैंस के दूध में अंतर
भारत में ज्यादातर दुग्ध उत्पादन के उद्देश्य से गाय और भैंस का पालन किया जाता है। गाय और भैंस में बहुत से अंतर हैं जैसे कि गाय सफेद, काला, लाल, भूरा और अन्य कई रंग में पाई जाती हैं। वहीं दूसरी ओर ज्यादातर भैंस काले और सफेद रंग में होती है।
अगर शारीरिक क्षमता के अनुसार में गाय और भैंस में अंतर की बात की जाए तो भैंस भैंस शारीरिक रूप से अधिक बलवान होती है और वजनदार भी होती है जबकि वही गाय भैंसों की तुलना में उतनी वजनदार नहीं होती। भैंस के सींग भी गाय की तुलना में लंबे और मजबूत होते हैं। शारीरिक क्षमता के अलावा अगर दुग्ध उत्पादन की बात की जाए तो गाय भैंस की तुलना में अधिक मात्रा में दूध देती है लेकिन भैंस के दूध का फैट गाय के दूध से अधिक होता है।
इसे यू समझे की जहां एक और गाय अधिक मात्रा में दूध देती है तो उसके दूध का फैट भी कम होता है और उसकी तुलना में भैंस का दूध तो कम होता है लेकिन उसके दूध में फैट की मात्रा अधिक पाई जाती है। यही कारण है की बाजार में भैंस का दूध गाय के दूध से महंगा भी होता है और पनीर, घी उत्पादन तथा मिठाई बनाने में भी भैंस के दूध का ज्यादा इस्तेमाल होता है।
अगर व्यापक रूप से पशु के उपयोग की बात की जाए तो हिंदू धर्म में गाय को पवित्र माना गया है और इसका इस्तेमाल दूध उत्पादन के साथ-साथ गोमूत्र और वर्मी कंपोस्ट यानी की देसी खाद बनाने के लिए भी किया जाता है। इसके अलावा पूजा त्यौहार और विभिन्न सांस्कृतिक उपक्रमों में भी गाय को महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है।
आयुर्वेद में भी दूध, मूत्र और गोबर के आधार पर गाय और भैंस में क्या अंतर है यह बताया गया है। बीमारियों में गाय के दूध का इस्तेमाल व्यापक रूप बताया गया है। साथ ही गोमूत्र को कई प्रकार की जटिल बीमारियों के उपचार में भी इस्तेमाल किया जाता है। नवजात शिशु को भी जन्म के बाद जब मां के दूध की कमी हो या किसी वजह से मां का दूध ना मिल पाए तो गाय का दूध विकल्प के तौर पर पिलाया जाता है क्योंकि नवजात इसको आसानी से पचा सकता है।
Cow Milk vs Buffalo Milk:
वहीं अगर दूध की पोषकता का अनुसार गाय और भैंस में अंतर की बात की जाये तो गाय का दूध अधिक पोषक माना जाता है। यह एक संपूर्ण आहार है तथा इस में पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। दूध में कैल्शियम और विटामिन डी अधिक मात्रा में होते हैं इसलिए डॉक्टर भी सुझाव देते हैं कि सभी को अपनी दैनिक दिनचर्या में दूध का इस्तेमाल करना चाहिए खासकर की बच्चों को।
दूध पीने से न तो शरीर में कैल्सीयम की कमी होती, साथ ही हड्डियाँ भी मज़बूत रहती हैं। जहां एक तरफ गाय के दूध में 3 से 4% फैट होता है, वही भैंस के दूध में इस से 2 गुना यानी कि 8% तक फैट होता है। अगर प्रोटीन की बात करें तो भैंस का दूध गाय के दूध की तुलना में अधिक प्रोटीन युक्त होता है इसलिए यदि आप अपना वजन बढ़ाना चाहते हैं या प्रोटीन की अधिक मात्रा लेना चाहते है तो आपको भैंस के दूध का इस्तेमाल करना चाहिए।
गाय के दूध में भैंस के दूध की अपेक्षा कोलेस्ट्रोल भी अधिक होता है इसलिए यदि आप हाइपरटेंशन के मरीज हैं तो दूध भैंस का ही दूध पीना चाहिए। इसके विपरीत यदि आपकी पाचन शक्ति कमजोर है या आपका लीवर फ़ैटी है तो आपको भैंस के दूध की अपेक्षा कम फैट वाले गाय के दूध का इस्तेमाल करना चाहिए, यह पचने में आसान तथा अधिक गुणवत्ता वाला होता है।
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