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कैसे और किस जलवायु में करें गुलाब की फूलों की खेती, आइए जानें

Rose Farming
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अगर आप फूलों की खेती करने की सोच रहे हैं, तो गुलाब की खेती किसानों के लिए बेहद लाभदायक व्यवसाय है। गुलाब एक बहुत ही सुंदर फूल है जो दुनिया भर में उगाया जाता है। गुलाब के फूल और गुलाब के तेल की स्थानीय और वैश्विक बाजार में काफी मांग है।

आमतौर पर गुलाब के पौधे जमीन से 6-7 फुट ऊंचे होते हैं। महाराष्ट्र, कर्नाटक तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा गुलाब की खेती की जाती है। गुलाब की खेती करने के लिए ज्यादा से ज्यादा गुलाब की किस्मों लगानी चाहिए। गुलाब की खेती के लिए कई नई तकनीक मौजूद हैं, लेकिन ग्रीनहाउस में गुलाब की खेती ज्यादा अच्छी होती है।

कहां-कहां लगाएं गुलाब के पौधें

गुलाब के पौधों को गमले में, छत के उपर, इनडोर, खुले मैदान में, ग्रीन हाउस और पॉली हाउस में लगाया जा सकता है।

गुलाब के पौधों के लिए जरूरी है जलवायु

पूरी दुनिया में 15 डिग्री से 28-30 डिग्री सेल्सियस के बीच गुलाब के फूलों की खेती तकनीकी तौर पर सही मानी जाती है। गुलाब के पौधों को 5 से 6 घंटे सूरज की रोशनी की जरूरत पड़ती है। आम तौर पर धूप की जरूरत नमी वाले मौसम की स्थिति में या बादल छाय रहने के हालात में होती है। इसके साथ ही गुलाब 15 डिग्री से कम तापमान पर भी अच्छी तरह विकसित होते हैं।

गुलाब की खेती के लिए मिट्टी

अच्छी गुलाब की खेती के लिए खेत में मिट्टी का ph मान 6 से 7.5 के बीच होना चाहिए। ये उच्च उपज हासिल करने के लिए सबसे अच्छा PH है। गुलाब के पौधे अधिक कार्बनिक पदार्थों वाली रेतीली दोमट मिट्टी में अच्छी से विकसित हो रहे हैं, इनमें ऑक्सीजन की मात्रा भी काफी होती है।

कैसे करें गुलाब की खेती की तैयारी

गुलाब के फूलों की खेती में आमतौर पर बीज, नए पौधे और कलम का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन अधिकतर किसान बीज का इस्तेमाल कर गुलाब के पौधे लगा रहे हैं।

गुलाब की खेती के लिए सबसे पहले खेत को अच्छे से जोते, खेत में पौधे लगाने से पहले 4 से 6 हफ्ते पहले ही नर्सरी में गुलाब के बीज की बुवाई कर सकते हैं। गुलाब के बीज की बुवाई के लिए गड्ढों या क्यारियों को 60 से 90 सेंटीमीटर गहरा बनाएं। इसके बाद क्यारियों या गड्ढों में खाद भरे और सिंचाई करें।

गुलाब लगाने का सही वक्त

नर्सरी से गुलाब के पौधे निकालने के बाद पौधों को तुंरत खेत में लगा देना चाहिए। दोपहर या शाम के बाद गुलाब का पौधा लगाने का सबसे अच्छा समय होता है। अगर किसान 1 एकड़ में गुलाब की खेती कर रहे हैं तो लाइन से लाइन की दूरी 5-6 फीट, पौधे से पौधे की दूरी करीब 5 फीट होनी चाहिए। इस तरह से 1 एकड़ में 4 हजार पौधे लगाए जा सकते हैं। गुलाब के पौधे को खेत में लगाने के लिए सितंबर-अक्टूबर के बीच का समय सबसे ज्यादा अच्छा माना जाता है। गुलाब के पौधों की साल में एक बार छंटाई की जरूरत होती है, जो नवंबर, दिसंबर और जनवरी में की जाती है।

घर में बने जैविक खाद का करें इस्तेमाल

गुलाब की खेती के लिए जमीन तैयार करते वक्त ज्यादातर जैविक खाद का इस्तेमाल करें, रासायनिक खाद का इस्तेमाल ना करें, अगर गुलाब की खेती के लिए केमिकल युक्त खाद का इस्तेमाल कर रहे हैं तो गुलाब जल या तेल में अच्छी क्वालिटी नहीं मिलेगी। जैविक खाद के इस्तेमाल से उच्च गुणवत्ता वाला गुलाब का फूल मिलेगा।

किसान गोमूत्र, तंबाकू, धतूरा का इस्तेमाल कर जैविक खाद बना सकते हैं। अगर रासायनिक खाद का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो 8 ग्राम नाइट्रोजन, 8 ग्राम फास्फोरस और 16 ग्राम पोटैशियम प्रति पौधे में डालें।

गुलाब की खेती में सिंचाई

आज कई तरह की सिंचाई प्रणालियां मौजूद हैं, जैसे ड्रिप सिंचाई, माइक्रो जेट, स्प्रिंकलर सिंचाई और बेसिन सिंचाई। लेकिन गुलाब के पौधों को बाकी फूलों की खेती की तुलना में कम पानी की जरूरत होती है। ऐसे में ड्रिप सिंचाई और स्प्रिंकलर सिंचाई गुलाब की खेती के लिए उपयुक्त है। गुलाब के पौधों को खेत में रोपने के बाद तुरंत सिंचाई की जरूरत होती है। शुरुआत में गुलाब के पौधों को हर दिन या दो दिनों में एक बार सिंचाई की जरूरत होती है। कुछ दिन बीत जाने के बाद गुलाब के पौधों को हफ्ते में 1 बार सिंचाईं की जरूरत होती है।

गुलाब के फूलों की कटाई और मुनाफ़ा 

गुलाब के फूल तुड़ाई के लिए तैयार हो जाते हैं, जब फूल को चमकीले रंग की पंखुड़ियां मिल जाती हैं। पहले साल में गुलाब के पौधे फूलने के लिए तैयार होते हैं और दूसरे साल में गुलाब के फूलों से अच्छी उपज हासिल होगी। गुलाब के पौधों पर मार्च में 50 से 55 दिनों की छंटाई के बाद फूल आने लगते हैं। आमतौर पर गुलाब का फूल पौधे पर 40 दिन तक रह सकता है। कटाई के बाद तुरंत गुलाब के फूलों को पानी की बाल्टी में डाला जाता है। कोल्ड स्टोरेज में फूलों को 2 से 5 डिग्री के तापमान की जरूरत होती है।

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